Saturday, March 21, 2020

Gayatri aarti ( श्री गायत्री जी )




 

आरती श्री गायत्री जी की,
ज्ञान दीप और श्रद्धा की बाती

सो भक्ति ही पूर्ति करै जहं घी की |
आरती श्री गायत्री जी की |

मानस की शुची थाल के ऊपर
देवी की ज्योति जगै, जहं निकी|

आरती श्री गायत्री जी की |
शुद्ध मनोरथ के जहां घंण्टा ,

बाजै करै पूरी आसहु ही की |
आरती श्री गायत्री जी की |

जाके समक्ष हमें तिहु लोक कै
गद्धी मिलै तबहूं लगे फीकी|

आरती श्री गायत्री जी की |
संकट आवै न पास कबौ तिन्हे

सम्पदा औ सुख की बनै लिकी|
आरती श्री गायत्री जी की |

आरती प्रेम सो नेम सों करि
ध्यावहिं मूर्ति ब्रम्हा लली की |
आरती श्री गायत्री जी की |

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